*कविता कैसे बने*
छाया धरा पे हाहाकार,
हो रहा हर कोई बीमार,
लाचार पड़ी मानवता आज।
कविता कैसे बने।।
एक विषाणु ने किया अपंग,
मानव तन-मन भयभीत तंग,
सिसक रहा हर इक तख्तो-ताज़।
कविता कैसे बने।।
बिखरी पीड़ा, दुःख, दर्द, आह,
बीमारों को ना मिल रही बांह,
अकेली रो रही लाशें आज।
कविता कैसे बने।।
हर कोई है अवाक, अनजान,
करें कैसे इसका समाधान,
कहाँ से ढूंढे कोई इलाज।
कविता कैसे बने।।
हुए सब कैद घरों में आज
ठप्प हुए सबके काम-काज
मातम ही मातम पसरा आज।
कविता कैसे बने।।
वीरान हुए गिरजाघर, मंदिर
गली, राजपथ, गांव, शहर
डरे मानव से मानव आज।
कविता कैसे बने।।
कांपे धरा का कोना-कोना
हर तरफ फैला है कोरोना
हवा की भी सीरत है नासाज़
कविता कैसे बने।।
हजारों गवां बैठें हैं जान,
कल का चमन, आज शमशान,
रुदाली के अश्क भी सूखे आज।
कविता कैसे बने।।
रीता गुप्ता
(स०अ०)
मॉडल प्राइमरी स्कूल बेहट नम्बर-1, सहारनपुर
छाया धरा पे हाहाकार,
हो रहा हर कोई बीमार,
लाचार पड़ी मानवता आज।
कविता कैसे बने।।
एक विषाणु ने किया अपंग,
मानव तन-मन भयभीत तंग,
सिसक रहा हर इक तख्तो-ताज़।
कविता कैसे बने।।
बिखरी पीड़ा, दुःख, दर्द, आह,
बीमारों को ना मिल रही बांह,
अकेली रो रही लाशें आज।
कविता कैसे बने।।
हर कोई है अवाक, अनजान,
करें कैसे इसका समाधान,
कहाँ से ढूंढे कोई इलाज।
कविता कैसे बने।।
हुए सब कैद घरों में आज
ठप्प हुए सबके काम-काज
मातम ही मातम पसरा आज।
कविता कैसे बने।।
वीरान हुए गिरजाघर, मंदिर
गली, राजपथ, गांव, शहर
डरे मानव से मानव आज।
कविता कैसे बने।।
कांपे धरा का कोना-कोना
हर तरफ फैला है कोरोना
हवा की भी सीरत है नासाज़
कविता कैसे बने।।
हजारों गवां बैठें हैं जान,
कल का चमन, आज शमशान,
रुदाली के अश्क भी सूखे आज।
कविता कैसे बने।।
रीता गुप्ता
(स०अ०)
मॉडल प्राइमरी स्कूल बेहट नम्बर-1, सहारनपुर
Shi kha mam
ReplyDeleteवाह वाह वाह... बेहद खूबसूरत रचना..
ReplyDelete👌👌👌👌👌👌💐
आज के माहौल पर बिल्कुल सटीक
हार्दिक शुभकामनाएं जी
इस कविता के माध्यम से आपने प्रकृति का एक ऐसा चरित्र उजागर कर दिया है जिसमें मानव स्वयं को विवश महसूस कर रहा है...
ReplyDeleteऔर प्रकृति अपने स्वरूप से पूरी दुनिया को पंगु बनाए बैठी है....😡😡
कविता कैसे बने ..बहुत ही मार्मिक ����������������������
ReplyDeleteCharitarth hoti hui kavita mem👏👏👏
ReplyDeleteसुंदर रचना, समसामयिक
ReplyDeleteबहुत शानदार।
ReplyDeleteहालात का उचित चित्र खींचा है।
बहुत बढ़िया दी
ReplyDeleteबहुत ही अच्छा लिखा है दीदी जी👌👌🙏
ReplyDeleteBhot sunder rachna h mam...
ReplyDelete