हे महान रानी है नमन तुम्हें
तुम हो गौरव इस धरा का
नारियों का हो सम्मान तुम
प्रकाश असीमित हर प्रभा का
तुमसे ही पाती हैं प्रेरणा हम
आत्मसम्मान ही सर्वश्रेष्ठ धन
जीवन है संघर्ष हरदम
फिर भी आशा ना छोड़े कभी हम
स्वहित से ऊपर सदा देशहित हो
निज स्वार्थ से ना ये मन पूरित हो
मन में हो गंगा और तन पे तिरंगा
तन-मन-धन देश पे समर्पित हो
ना समझें स्वयं को अबला
हम हैं हिन्द की शेरनियां
संकट यदि आये, ना तनिक घबराएं
प्राण लिए मुट्ठी में, तूफ़ां से टकराएं
ना भय मृत्यु का हो
ना मोह पुत्र का हो
लेकर शपथ तुम्हारी
बस आगे बढ़ते जाएँ।
रणक्षेत्र हो या हो संघर्ष जीवन का
ना कायरता दिखलायें, ना अपना मुंह छिपाये
मन में भरें दृढ़ता, साहस को अपनाएँ
बन लक्ष्मीबाई हम भी, हर समर विजित कर जाएँ
वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई को मेरा
शत-शत नमन🙏🏻🙏🏻🇮🇳🇮🇳
तुम हो गौरव इस धरा का
नारियों का हो सम्मान तुम
प्रकाश असीमित हर प्रभा का
तुमसे ही पाती हैं प्रेरणा हम
आत्मसम्मान ही सर्वश्रेष्ठ धन
जीवन है संघर्ष हरदम
फिर भी आशा ना छोड़े कभी हम
स्वहित से ऊपर सदा देशहित हो
निज स्वार्थ से ना ये मन पूरित हो
मन में हो गंगा और तन पे तिरंगा
तन-मन-धन देश पे समर्पित हो
ना समझें स्वयं को अबला
हम हैं हिन्द की शेरनियां
संकट यदि आये, ना तनिक घबराएं
प्राण लिए मुट्ठी में, तूफ़ां से टकराएं
ना भय मृत्यु का हो
ना मोह पुत्र का हो
लेकर शपथ तुम्हारी
बस आगे बढ़ते जाएँ।
रणक्षेत्र हो या हो संघर्ष जीवन का
ना कायरता दिखलायें, ना अपना मुंह छिपाये
मन में भरें दृढ़ता, साहस को अपनाएँ
बन लक्ष्मीबाई हम भी, हर समर विजित कर जाएँ
वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई को मेरा
शत-शत नमन🙏🏻🙏🏻🇮🇳🇮🇳
Behtreen rachna
ReplyDeleteअद्भुत 👌👌👌💐💐💐
ReplyDeleteAti Sundar
ReplyDeleteआप सभी का आभार🙏🙏
ReplyDeleteशत-शत नमन बन्दन प्रणाम
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर कविता बहुत ही कम शब्दों में बेहतर कहने का प्रयास आदरणीय मैम हमारे बेसिक को गौरवान्वित करने के लिए आपको बहुत-बहुत साधुवाद
ReplyDeleteबहुत सुंदर रचना
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