Saturday, 14 September 2019

रहने दो

:रहने दो:

फूलों सी नाजुक
महकती हुई
इन बच्चियों को
मत मसलों
रहने दो

हवा सी चंचल
उड़ती हुई
इन बच्चियों को
मत रोको
रहने दो

पंछियों सी आज़ाद
चहकती हुई
इन बच्चियों को
मत टोको
रहने दो

नदिया सी कलकल
बहती हुई
इन बच्चियों को
मत बांधों
रहने दो

पढ़ने दो
लिखने दो
खेलने दो
कूदने दो
मत डाँटो इन्हें
रहने दो

ये ही हैं
आन-बान-शान
मेरे भारत की
मत रौंदो इन्हें
रहने दो

शिक्षित, सुरक्षित बालिका
भविष्य देश का

11 comments:

  1. बहुत ख़ूब बेटी है तो ज़हान है

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  2. Beauty full🌸🌸💮💮🌸🌸🌼💐💐🌻🌺🥀🌹🏵️🌲🌱🌲🌿🍃☘️☘️🍀

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  3. Bahoot khoob Reeta mam , right said beta beti ek samaan,

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  4. Bahoot khoob Reeta mam , right said beta beti ek samaan,

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  5. अद्भुत, यथार्थ चित्रण

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  6. बहुत अच्छी पंक्तियां लिखी है आपने
    आशा करते हैं कि आप और भी अच्छी अच्छी कविताएं समाज के प्रति इस वेबसाइट पर अपलोड करोगी|
    हम आपके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं|

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