Monday, 16 September 2019

सर्वप्रिय सुषमा स्वराज (एक श्रद्धांजलि)

मैं रहूँ या ना रहूँ
भारत ये रहना चाहिए🇮🇳🇮🇳

आह मेरे भारत......
आज तेरी एक शेरनी चिरनिद्रा में लीन हुई।😭

मुश्किलें भी जिसके हौंसले से थर्राती थीं।

 पूरब, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण....हर दिशा से उठने वाली तरंगें सिर्फ उसी के गीत गाती थीं।

 सात समुद्र पार मुसीबत में फंसा कोई भी व्यक्ति जब दिल से पुकारता था तो देवी के समान उसे अपने पास ही पाता था।

जिसके लिए संपूर्ण भारत एक परिवार था।

जिसके लिए हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई जैसे शब्द गौण,  मात्र मानवता सर्वोपरि थी।

जिसने बिछड़ों को भी अपनों से मिलाकर, पडौसी देश को प्रेम का संदेश दिया।

जिसकी आँखों में सिर्फ सर्वोच्च, सर्वश्रेष्ठ भारत का सपना पलता था।

जो बीमारी के बावजूद एक समर्पित गृहणी के समान अपने देश रूपी परिवार के कल्याण हेतु चलती रही।

मोदीजी जैसे प्रधानमंत्री भी जिसकी कर्त्तव्यनिष्ठा के आगे नतमस्तक थे।

जो हर संकटग्रस्त की माँ थी....

आज वह महान स्त्री माननीया सुषमा स्वराज जी....अपना कर्त्तव्य निभाते-निभाते चिरनिद्रा में विलीन हो गईं।😭😭

भारतवासी आज एक माँ के प्रेम से वंचित हुए। भारतीय राजनीति में बहुत बड़ी रिक्तता आ गयी, जिसकी प्रतिपूर्ति संभव नहीं। विदेशों में रहने वाले भारतीयों के दिलों पर जो घाव आज लगा है, उसे भर पाए, किसी मरहम की इतनी औकात नही।

जब तक रहेगी ये धरा
लहराता जब तक ये गगन रहेगा।
सुषमा जी के नाम का
इस 'स्वराज' में कायम परचम रहेगा।

अश्रुपूर्ण व गर्वित श्रद्धांजलि🙏🏻🙏🏻🌹🌹
जय हिंद, जय भारत
सुषमा स्वराज जिंदाबाद🇮🇳🇮🇳

शोकाकुल
रीता गुप्ता
सहारनपुर

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